तेरे, मेरे
जज्बे, इरादे, हौसले
चल रहे हैं
बढ़ रहे हैं
सत्य-अहिंसा के पथ पर
सफ़र जारी है, कदम जारी हैं
मंजिल की ओर ... !
तुम, हम, या कोई और
कौन जाने
कौन कितने फासले पे है
न दाएं, न बाएं, न पीछे
आगे, सिर्फ आगे
चलते चलो, बढ़ते चलो
हमें चलना है, आगे बढ़ना है
मंजिल की ओर ... !
न थमना है
न थकना हैन हारना है
तुम्हें, हमें, चलते चलना है
आज या कल
पहुँचना है, पहुँच जाना है
तुम्हें, हमें
अपनी अपनी मंजिल पर ... !!
जज्बे, इरादे, हौसले
चल रहे हैं
बढ़ रहे हैं
सत्य-अहिंसा के पथ पर
सफ़र जारी है, कदम जारी हैं
मंजिल की ओर ... !
तुम, हम, या कोई और
कौन जाने
कौन कितने फासले पे है
न दाएं, न बाएं, न पीछे
आगे, सिर्फ आगे
चलते चलो, बढ़ते चलो
हमें चलना है, आगे बढ़ना है
मंजिल की ओर ... !
न थमना है
न थकना हैन हारना है
तुम्हें, हमें, चलते चलना है
आज या कल
पहुँचना है, पहुँच जाना है
तुम्हें, हमें
अपनी अपनी मंजिल पर ... !!
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