Friday, January 28, 2011

है हिन्दोस्तां हमारा !

हिन्दू - मुसलमां
सोचो और समझो
मंदिर - मस्जिद
या शान्ति - सौहार्द्र
कब तक चलेंगे
ये मजहब के मुद्दे
कब हम कहेंगे
है हिन्दोस्तां हमारा !

भड़काऊ भाषण
झूठी मोहब्बत
वोटों की नीति
चुनावों के मुद्दे
मतलब की बातें
मतलब के नेता
कब हम कहेंगे
है हिन्दोस्तां हमारा !

बस्ती अमन की
कत्लों के मंजर
सन्नाटे से दिन
तूफानों सी रातें
कब तक चलेंगे
ये शोर - शराबे
कब तक जहन में
हम हिन्दू-मुसलमां
कब हम कहेंगे
है हिन्दोस्तां हमारा !

1 comment:

Kailash Sharma said...

कब तक जहन में
हम हिन्दू-मुसलमां
कब हम कहेंगे
है हिन्दोस्तां हमारा !

बहुत सही कहा है..आज हम केवल हिंदू या मुसलमान बन कर रह गए हैं...कब बनेंगे सिर्फ़ हिन्दुस्तानी ?..बहुत सुन्दर प्रस्तुति..