दादी हिन्दू
तो दादा मुसलमान थे
माँ क्रिश्चयन
तो पिता हिन्दू-मुस्लिम की संतान थे
मेरी रग रग में
सभी धर्मों का खून दौड़ रहा है
मेरे संस्कार
कभी मंदिर
कभी मस्जिद
कभी चर्च
हर कहीं झलकते हैं
घर में ही ईद की खुशियाँ
क्रिसमस की धूम
और पूजा में घंटियाँ बजती हैं
गौर से देखो
मुझे
मैं न हिन्दू, न मुसलमान हूँ
सच्चाई तो यही है
कि -
मैं ही असली हिन्दुस्तान हूँ !!
तो दादा मुसलमान थे
माँ क्रिश्चयन
तो पिता हिन्दू-मुस्लिम की संतान थे
मेरी रग रग में
सभी धर्मों का खून दौड़ रहा है
मेरे संस्कार
कभी मंदिर
कभी मस्जिद
कभी चर्च
हर कहीं झलकते हैं
घर में ही ईद की खुशियाँ
क्रिसमस की धूम
और पूजा में घंटियाँ बजती हैं
गौर से देखो
मुझे
मैं न हिन्दू, न मुसलमान हूँ
सच्चाई तो यही है
कि -
मैं ही असली हिन्दुस्तान हूँ !!
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