छोटे, बड़े, गरीब, अमीर
सख्त, पिलपिले, और मुस्टंडों
सब को, सभी प्रकार के
विक्रेताओं को
खरीद-खरीद कर
हमने
ये सरकार बनाई है
अब बनाई है, तो बनाई है
जग-जाहिर है !
देश के
एक एक आदमी को
सिर्फ यकीन नहीं
वरन पूर्ण विश्वास भी है
कि -
हमारी सरकार
ले-दे कर, खरीद-फरोख्त कर
बनी है, बनाई गई है
फिर, क्यों, लोग
हमसे यह उम्मीद करते हैं
कि -
हम, ईमानदारी से
बिना भ्रष्टाचार और घोटाले के
काम करेंगे
क्यों, भला क्यों ... !!
सख्त, पिलपिले, और मुस्टंडों
सब को, सभी प्रकार के
विक्रेताओं को
खरीद-खरीद कर
हमने
ये सरकार बनाई है
अब बनाई है, तो बनाई है
जग-जाहिर है !
देश के
एक एक आदमी को
सिर्फ यकीन नहीं
वरन पूर्ण विश्वास भी है
कि -
हमारी सरकार
ले-दे कर, खरीद-फरोख्त कर
बनी है, बनाई गई है
फिर, क्यों, लोग
हमसे यह उम्मीद करते हैं
कि -
हम, ईमानदारी से
बिना भ्रष्टाचार और घोटाले के
काम करेंगे
क्यों, भला क्यों ... !!
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