अन्ना जी, अरविंद जी
जय हिंद
१ - "राईट टू रिजेक्ट" के सांथ सांथ आपके एजेंडे में एक सुझाव और शामिल करने हेतु आग्रह है -
"एक व्यक्ति एक स्थान से ही चुनाव लड़ सके ! अक्सर देखा गया है कि कुछेक प्रत्याशी ( मंजे हुए नेता जिन्हें चुनाव हारने का भय होता है ) २-२, ३-३ चुनाव क्षेत्रों से नामांकन दाखिल कर चुनाव लड़ते हैं तथा कहीं-न-कहीं से तिकड़म कर चुनाव जीत जाते हैं ! नए प्रस्तावित प्रावधान के तहत ऐसा होना चाहिए कि - एक व्यक्ति सिर्फ एक स्थान से ही चुनाव लड़ सके, ऐसी स्थिति में खुद को बहुत बड़ा नेता समझने वाले नेताओं को वास्तविक जनाधार का सामना करना पडेगा जो लोकतंत्र के लिए सकारात्मक व हितकर होगा !"
२ - सांथ ही सांथ एक मुद्दा और - यदि कोई भी चुनाव जीता हुआ प्रत्याशी विधायक / सांसद अपने पद पर रहते हुए पुन: कोई भी आगामी या मध्यावधि चुनाव लड़ना चाहता है तब उसे अपने वर्त्तमान पद सांसद / विधायक से सर्वप्रथम 'रेजिगनेशन' देना आवश्यक कर दिया जाए, इसके पश्चात ही वह चुनाव लड़ सके ! ऐसी स्थिति में 'रेजिगनेशन' देने उपरांत उस "पर्टीकुलर सीट" पर कोई मध्यावधि चुनाव न हो, जो पिछले चुनाव में निकटतम प्रत्याशी रहा हो उसे ही आगामी निर्धारित चुनाव तक के लिए "विधिवत चुना हुआ जन प्रतिनिधी" संवैधानिक रूप से घोषित कर दिया जाए ! इस प्रस्तावित प्रक्रिया के पालन से यह होगा कि जनमत का सम्मान बना रहेगा तथा बेवजह जन्में मध्यावधि चुनाव के बोझ से सरकार व जनता दोनों बचे रहेंगे, परिणाम स्वरूप लालच में आकर कोई भी जीता हुआ प्रत्याशी जन भावनाओं के सांथ खिलवाड़ नहीं कर सकेगा!
३ - सांथ ही सांथ "राईट टू रिकाल" रूपी मुद्दा पुनर्विचार योग्य है !
उक्त मुद्दे जनहित में विचार हेतु ...
शेष कुशल !
शुभकामनाएं, जय हिंद !!
जय हिंद
१ - "राईट टू रिजेक्ट" के सांथ सांथ आपके एजेंडे में एक सुझाव और शामिल करने हेतु आग्रह है -
"एक व्यक्ति एक स्थान से ही चुनाव लड़ सके ! अक्सर देखा गया है कि कुछेक प्रत्याशी ( मंजे हुए नेता जिन्हें चुनाव हारने का भय होता है ) २-२, ३-३ चुनाव क्षेत्रों से नामांकन दाखिल कर चुनाव लड़ते हैं तथा कहीं-न-कहीं से तिकड़म कर चुनाव जीत जाते हैं ! नए प्रस्तावित प्रावधान के तहत ऐसा होना चाहिए कि - एक व्यक्ति सिर्फ एक स्थान से ही चुनाव लड़ सके, ऐसी स्थिति में खुद को बहुत बड़ा नेता समझने वाले नेताओं को वास्तविक जनाधार का सामना करना पडेगा जो लोकतंत्र के लिए सकारात्मक व हितकर होगा !"
२ - सांथ ही सांथ एक मुद्दा और - यदि कोई भी चुनाव जीता हुआ प्रत्याशी विधायक / सांसद अपने पद पर रहते हुए पुन: कोई भी आगामी या मध्यावधि चुनाव लड़ना चाहता है तब उसे अपने वर्त्तमान पद सांसद / विधायक से सर्वप्रथम 'रेजिगनेशन' देना आवश्यक कर दिया जाए, इसके पश्चात ही वह चुनाव लड़ सके ! ऐसी स्थिति में 'रेजिगनेशन' देने उपरांत उस "पर्टीकुलर सीट" पर कोई मध्यावधि चुनाव न हो, जो पिछले चुनाव में निकटतम प्रत्याशी रहा हो उसे ही आगामी निर्धारित चुनाव तक के लिए "विधिवत चुना हुआ जन प्रतिनिधी" संवैधानिक रूप से घोषित कर दिया जाए ! इस प्रस्तावित प्रक्रिया के पालन से यह होगा कि जनमत का सम्मान बना रहेगा तथा बेवजह जन्में मध्यावधि चुनाव के बोझ से सरकार व जनता दोनों बचे रहेंगे, परिणाम स्वरूप लालच में आकर कोई भी जीता हुआ प्रत्याशी जन भावनाओं के सांथ खिलवाड़ नहीं कर सकेगा!
३ - सांथ ही सांथ "राईट टू रिकाल" रूपी मुद्दा पुनर्विचार योग्य है !
उक्त मुद्दे जनहित में विचार हेतु ...
शेष कुशल !
शुभकामनाएं, जय हिंद !!
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