Sunday, September 18, 2011

अनशन ...

आज
लोकतंत्र का
एक अजीबो-गरीब चेहरा
सामने नजर आया है
पक्ष - विपक्ष
दोनों अनशन पर हैं
और मकसद
अबुझ पहेली है
बूझो तो जानो, जानो तो बूझो !
शायद
शो गेम, पावर गेम
या फिर
अपनी डफली, अपना राग !
कोई
समझाए तो समझें
न समझाए तो न समझें !
क्या करें
जनमानस अचंभित है !
क्या हुआ है
क्या हो रहा है
क्यों हो रहा है
चंहू ओर
अनशन की जय जयकार है !
लोकतंत्र की, जय हो, जय हो, जय हो !!

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