गर हम चाहें
तो आसमां छू लें
पर हम
ऐसा चाहते कब हैं
आओ चाहें
चाहतों को बढ़ा लें हम
ये जमीं, ये आसमां, घूम लें हम
बस
घड़ी-दो-घड़ी का, सफ़र होगा
आओ चलें
आजमा लें हम
जज्बे, हौसले, इरादों संग
चलो, एक छोटी सी उड़ान भर लें !!
तो आसमां छू लें
पर हम
ऐसा चाहते कब हैं
आओ चाहें
चाहतों को बढ़ा लें हम
ये जमीं, ये आसमां, घूम लें हम
बस
घड़ी-दो-घड़ी का, सफ़र होगा
आओ चलें
आजमा लें हम
जज्बे, हौसले, इरादों संग
चलो, एक छोटी सी उड़ान भर लें !!
1 comment:
बहुत खूब!!!
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