Wednesday, February 9, 2011

वेलेन्टाईन डे !

किसी का दिया फ़ूल
हाथों में सजाये हैं
तेरे लिये "वेलेन्टाईन डे" पर
झूठी बहार लाये हैं

दिलों में कुछ नही है उनके
इसलिये हाथों मे फ़ूल सझाये हैं
नजर दौडायेगी
तो हर हाथों में फ़ूल पायेगी

उठा नजर
मत देख मेरे हाथों को
देख सकती है, तो देख
"दिल" ही "गुलाब" है मेरा।

3 comments:

Kailash Sharma said...

उठा नजर
मत देख मेरे हाथों को
देख सकती है, तो देख
"दिल" ही "गुलाब" है मेरा।

बहुत सुन्दर और भावपूर्ण...

निर्मला कपिला said...

उठा नजर
मत देख मेरे हाथों को
देख सकती है, तो देख
"दिल" ही "गुलाब" है मेरा।
vaah vaah bahut khoob| badhaaI|

G.N.SHAW said...

dil ho to aisa ji....bahut sundar...