tag:blogger.com,1999:blog-2551574924543479517.post1990178311183737929..comments2023-05-05T02:35:39.664-07:00Comments on नया सवेरा: साहित्यकारनया सवेराhttp://www.blogger.com/profile/14420198613329878532noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-2551574924543479517.post-34765999106907321032011-01-05T09:10:10.993-08:002011-01-05T09:10:10.993-08:00एक सकारात्मक सोच को दर्शाती हुई कविता बहुत अच्छी ल...एक सकारात्मक सोच को दर्शाती हुई कविता बहुत अच्छी लगी !<br />बधाई दोस्त !Minakshi Panthttps://www.blogger.com/profile/07088702730002373736noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2551574924543479517.post-34994273280020908012011-01-04T00:22:04.314-08:002011-01-04T00:22:04.314-08:00सरकारे खुद खाती है और अपने समर्थको को खिलाती है यद...सरकारे खुद खाती है और अपने समर्थको को खिलाती है यदि इस देश में कुछ बचा है तो वह साहित्यकार की कलम रूपी लाठी के कारण / उदय जी कविता के लिए साधु वाद /krishna pateriyahttps://www.blogger.com/profile/03178549775148098655noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2551574924543479517.post-41823600994878101812011-01-03T04:14:46.167-08:002011-01-03T04:14:46.167-08:00यत्र-तत्र-सर्वत्र जित देखुं तित तू ही तू
नूतन वर्...यत्र-तत्र-सर्वत्र जित देखुं तित तू ही तू<br /><br />नूतन वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं।<br /><br />जय हो महाराजब्लॉ.ललित शर्माhttps://www.blogger.com/profile/09784276654633707541noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2551574924543479517.post-56144138988690995662011-01-03T03:03:41.945-08:002011-01-03T03:03:41.945-08:00सरस्वती पुत्रों की सार्थक चिंता.सरस्वती पुत्रों की सार्थक चिंता.Rahul Singhhttps://www.blogger.com/profile/16364670995288781667noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2551574924543479517.post-62775404549897413672011-01-03T02:37:31.486-08:002011-01-03T02:37:31.486-08:00साहित्यकारों के समर्थन में सराहनीय प्रयास.
आपकी ये...साहित्यकारों के समर्थन में सराहनीय प्रयास.<br />आपकी ये आवाज देश के कर्णधारों तक पहुँचे, इसी कामना के साथ.Sushil Bakliwalhttps://www.blogger.com/profile/08655314038738415438noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2551574924543479517.post-29690476107490061612011-01-02T23:57:26.374-08:002011-01-02T23:57:26.374-08:00हाँ, अब समय आ गया है /
शहीदों के सम्मान के साथ /
स...हाँ, अब समय आ गया है /<br />शहीदों के सम्मान के साथ /<br />स्वतंत्रता सेनानियों के सम्मान के साथ /<br />सीनियर सिटीज़नों के सम्मान के साथ /<br />साहित्यकारों को भी सम्मानित करने का /<br />मान,प्रतिष्ठा एवं सुविधाएँ देने का<br />लोकतंत्र में, लोकतंत्र के लिए ..............!<br /><br /> <br />आपकी कविता एक हौसला और जज्बा प्रदान करती है ...इस देश और लोकतंत्र के बारे में की गयी आपकी कल्पना मौलिक और सार्थक है ..बहुत बहुत आभारकेवल रामhttps://www.blogger.com/profile/04943896768036367102noreply@blogger.com